कर्म है बुरे बुरे और तुम स्वर्ग जाने की बात करते हो लिरिक्स
कर्म है बुरे बुरे और तुम, स्वर्ग जाने की बात करते हो, बोये पेड़ बबूल के और तुम, आम खाने...
Read moreDetailsकर्म है बुरे बुरे और तुम, स्वर्ग जाने की बात करते हो, बोये पेड़ बबूल के और तुम, आम खाने...
Read moreDetailsकुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा, हरि शरण आने के बाद, हर खुशी मिल जाएगी तुझे, चरणों में झुक जाने के बाद,...
Read moreDetailsकह दो कि जिंदगी में, सदा मस्त रहेंगे, हम राम राम राम, सीता राम भजेंगे, हम श्याम श्याम श्याम, राधेश्याम...
Read moreDetailsमुझे दुनिया की दरकार नहीं, हे नाथ सहारो थारो है, हे नाथ सहारो थारो है, मुझे एक भरोसो थारो है,...
Read moreDetailsविधाता तोड़ बता दे संकट मेट दे, थारा सरणागत भगतां री, राखी लाज विधाता, तोड़ बता दे संकट कियाँ मिटे।।...
Read moreDetailsभगत रे धरती पर संकट मिनखां कारणे, म्हे तो भेज्या सब ने देकर सुख संसार, भगत रे कर्मा रा फल...
Read moreDetailsजब कोई साथ ना देता, जब कोई रस्ता ना मिलता, तुम देती मेरा साथ ओ मेरी माँ, ना कोई है...
Read moreDetailsकश्ती मेरी भवर में, इसे पार तुम लगाओ, मेरे डूबने से पहले, आ कर मुझे बचाओ, कश्ती मेरी भंवर में,...
Read moreDetailsराजा दशरथ यूँ रो रो के कहने लगे, हाय वनवास मेरा दुलारा गया। दोहा - राम को जब तिलक की...
Read moreDetailsचाहे धूप हो या छाओं हो, चाहे शहर हो या गाओं हो, हो राह में कठिनाइयां, हों हर तरफ तनहाइयाँ,...
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