सकल हंस में राम विराजे लिरिक्स
सकल हंस में राम विराजे, राम बिना कोई धाम नहीं, सब ब्रह्माण्ड में जोत का वासा, राम को सुमरू दूजा...
Read moreDetailsसकल हंस में राम विराजे, राम बिना कोई धाम नहीं, सब ब्रह्माण्ड में जोत का वासा, राम को सुमरू दूजा...
Read moreDetailsसमय जो चाहेगा वो होगा, दोहा - समय पाय फल होत है, समय पाय झरि जाय, सदा रहे नहिं एक...
Read moreDetailsमाया में मन अपना, जो फांसे रहते है। दोहा - माया चार प्रकार की, एक बिलसे एक खाए, एक मिलावे...
Read moreDetailsपंछी सुर में गाते है, भंवरे गुन गुनाते है, घुंघरू बजाती है हवा, चैत्र महीनो आई गणगौर, देवा ओ देवा...
Read moreDetailsमारा हाथा में हरियो रुमाल रे, चाला गणगौर मेला में, ओ मेला में मेला में, चलो माताजी का मेला में।।...
Read moreDetailsतू वरदानी हे गंगे, तू कल्याणी हे गंगे।bd। - माँ गंगा के अन्य भजन भी देखें - १. मानो तो...
Read moreDetailsना गलत चाहता हूँ ना, सही चाहता हूँ, जो तुम चाहते हो मैं, वही चाहता हूँ।। प्रभु तेरी हाँ में,...
Read moreDetailsबुरो लगो चाहे नोनो जी, एक दिन गोनो होनो जी, लटो लगो चाहे नोनो जी, एक दिन गोनो होनो जी।।...
Read moreDetailsनाम हरि का जप ले बन्दे, फिर पीछे पछतायेगा।। देखे - रट ले हरि का नाम। तू कहता है मेरी...
Read moreDetailsपायलिया बाजे पायलिया, पायलिया बाजे पायलिया, रनुबाई ठुमक ठुमक कर नाचे, बाजे पायलिया।। दादुर मोर पपीहरा बोले, दादुर मोरे पपीहर...
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