आदियोगी दूर उस आकाश की गहराइयों में लिरिक्स
आदियोगी, दूर उस आकाश की गहराइयों में, इक नदी से बह रहे हैं आदियोगी, शून्य सन्नाटे टपकते जा रहे हैं,...
Read moreDetailsआदियोगी, दूर उस आकाश की गहराइयों में, इक नदी से बह रहे हैं आदियोगी, शून्य सन्नाटे टपकते जा रहे हैं,...
Read moreDetailsगौरा जी को भोले का, योगी रूप सुहाया है, इसीलिए तप करके, भोलेनाथ को पाया है, गौरा माँ को भोले...
Read moreDetailsबम बम बम बम बम भोला, पहना सन्यासी चोला, कांधे झोला अनमोला डाल के, दर्शन करने चले हैं नंदलाल के।।...
Read moreDetailsदूल्हा बने भोलेनाथ जी हमारे, चली बारात गौरा जी के द्वारे, इस दूल्हे पे जग है दीवाना, दीवाना, दूल्हा बने...
Read moreDetailsऐसी भक्ति हे शम्भू दे दो मुझे, रात दिन मैं भजन तेरे गाता रहूं, जैसा भी आए ग़म जिंदगी में...
Read moreDetailsआज सोमवार है ये शिव का दरबार है, भरा हुआ भंडार है, भोले बन भोले को मनालो, करेंगे बेड़ा पार...
Read moreDetailsशिव शंकर भोले की तुम, महिमा हर पल गाओ, जीवन और मृत्यु दाता को, एक पल ना बिसराओ, जपे जा...
Read moreDetailsॐ महाकाल के काल तुम हो प्रभो, गुण के आगार सत्यम् शिवम् सुंदरम्, कर में डमरू लसे चंद्रमा भाल पर,...
Read moreDetailsॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय, हर हर भोले नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय ॐ नम शिवाय, हर हर भोले...
Read moreDetailsइतनी विनती है तुमसे हे भोले मेरे, थाम के हाथ अब ना छुड़ा लेना तुम, जैसे अब तक निभाई है...
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