मन भाये सखी री सिया के सजना लिरिक्स
मन भाये सखी री, सिया के सजना।। सांवली सूरत मोहनी मूरत, मोहत मन रतनारे नयना, मन भायें सखी री, सिया...
Read moreDetailsमन भाये सखी री, सिया के सजना।। सांवली सूरत मोहनी मूरत, मोहत मन रतनारे नयना, मन भायें सखी री, सिया...
Read moreDetailsबांके नयन रतनार हो, सखि मनवा के मोहे, शोभेलें अवध कुमार हो, सखि मनवा के मोहे।। नील कमल सम श्याम...
Read moreDetailsराम के गीत सुनाते चलो, सोते हुए को जगाते चलो, परम पिता के परमेश्वर के, चरणों में शीश झुकाते चलो।।...
Read moreDetailsबिना रघुनाथ को देखे, नहीं दिल को करारी है, हमारी मात की करनी, सकल दुनिया से न्यारी है, बिना सियाराम...
Read moreDetailsकहाँ तू खोज रहा रे प्राणी, तेरे मन मन्दिर में राम, नहीं अवध नहिं गोकुल में प्रभु, नहीं द्वारका धाम,...
Read moreDetailsअर्जी है तुमसे सौ सौ बार हे हरी, बिन पग धोये ना करिहों गंगा पार हे हरी, चाहे तार दे...
Read moreDetailsकमाल हुई गवा हो, कमाल हुई गवा, राम मिथला में आए, कमाल हुई गवा, दिल की बगिया खिलाये, कमाल हुई...
Read moreDetailsराम भजले रे जरा, ये बीते जिंदगानी, राम नाम सांचा है, भजले नाम प्राणी।। वादा प्रभु से, करके जो आया,...
Read moreDetailsऐसी पूजा करने से तू, होगा नहीं निहाल, भजन मनन फिर करना पहले, दिल से मैल निकाल।। तर्ज - चांदी...
Read moreDetailsआ मन बैठ जरा, राम जी के चरणों में, राम जी के चरणों में, श्याम जी के चरणों में, आ...
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