राम कयो नी जाय मुख से हरि कयो नी जाय लिरिक्स
राम कयो नी जाय मुख से, हरि कयो नी जाय, नुगरो सूतो रे आलस में, मुख से राम कह्यो नी...
Read moreDetailsराम कयो नी जाय मुख से, हरि कयो नी जाय, नुगरो सूतो रे आलस में, मुख से राम कह्यो नी...
Read moreDetailsआयो बाबो राम रुणेचे वालो, दोहा - लीलो घोड़ो नवलखो, मोतिया जड़ी रे लगाम, पिछम धरा रा बादशाह, गढ़ रुणेचे...
Read moreDetailsम्हारो बाबो रूणिचा, भल आविया रे। दोहा - धिन धणी धीन देवरों, धना रूणिचा गांव, लीले चढ़े ने आवजो, रूणिचा...
Read moreDetailsरुणिचा बुलाले रे बाबा, मेला में बुलाले, थाकी वो सूरत की ओलू आवे, ओ अजमल जी रा कंवरा, आवे वो...
Read moreDetailsरतना रे जा ल्या सुगना ने, कदे न आई वा त्योहारा ने।। गांव न जाणु नाम न जाणु, सुरत न...
Read moreDetailsभीड़ पड़ी भक्ता ने तारो, संकट मेटो म्हारा साईं, जागो म्हारा गरबा देव गोसाई।। पहलो पांव धरयो मक्का रे मदीना,...
Read moreDetailsअजमल जी रा कंवरा, पाठ पधारो जी। दोहा - हरजी ने हरि मिलया, प्रभु आडे मार्ग आय, पुजन दिनो घोङलो,...
Read moreDetailsतेरे बेटे तने बुलावै हो दादा, आ जा एक बार।। बैठे सै तेरा आसन लाकै, थारै नाम की ज्योत जगाकै,...
Read moreDetailsगुरु कर ज्ञान ध्यान कर महुआ, तन वाटी मन झारा, सुखमण नार जगोवण आई, पीवो पीवण हारा, गगन मंडल घर...
Read moreDetailsम्हारी माताजी बैठा बैठा, पुर नगरी के माई, मंदिर यो मां प्यारो लागे जी, प्यारो लागे जी मंदिर यो, मां...
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