जो कोई जावे सत री संगत में राजस्थानी भजन लिरिक्स
जो कोई जावे सत री संगत में, इनको खबर पड़ी है, सत्संग अमर जड़ी है।। श्लोक - सतगुरु के दरबार...
Read moreDetailsजो कोई जावे सत री संगत में, इनको खबर पड़ी है, सत्संग अमर जड़ी है।। श्लोक - सतगुरु के दरबार...
Read moreDetailsधीन माता धीन धरती, थने कदे ना देकी फिरती हो, धिन माता धीन धरती।। धरती रो धणी आप करन्ता, कई...
Read moreDetailsप्रीत गुरारी भली रे, रावलिया जोगी प्रीत गुरारी भली, रावलिया जोगी अलबेला जोगी, मस्ताना जोगी प्रीत गुरारी भली।। लवना रे...
Read moreDetailsमैं तो अमर चुनड़ी ओढू, श्लोक - मीरा जनमी मेड़ते वा परणाई चित्तोड़, राम भजन प्रताप सु, वा शक्ल सृष्टि...
Read moreDetailsमै तो अर्ज करू गुरु थाने, शरणा में राखो म्हाने। श्लोक:- परमेश्वर से गुरु बड़े, तुम देखो वेद पुराण, सेख...
Read moreDetailsईतनो बड़ो म्हारो भाग्य है, म्हारा बाबा, था सो देव मिल्या म्हाने, राजी राखो जी, ओ बाबा श्याम जी, सगला...
Read moreDetailsमेहंदी माताजी रे मन भाई, मेहंदी राचणी, मेहंदी रा हरिया हरिया पान, मेहंदी राचणी।। माताजी चित्तोरगढ विराजे, मेहंदी राचणी, मेहंदी...
Read moreDetailsदीजो दीजो माताजी रे हाथ, नागणेची रे हाथ, कुलदेवी रे हाथ, प्रेम रस मेहंदी रंग लागी, माँ प्रेम रस मेहंदी रंग...
Read moreDetailsअरे जोगमाया, ईती कई देर लगाई, आध्य भवानी ए जगदम्बा, भक्ता री रखवाली, अरे जोग माया कुल री कुलदेवी माय।।...
Read moreDetailsजागी जागी जागीजी, दिवला री ज्योता जागी माँ, म्हारा सु मत कीजे देवी रुसनो भवानी।। आज मारे मनडे रा मीठा,...
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