सुनले चौथ मात बरवाड़ा की भजन लिरिक्स
सुनले चौथ मात बरवाड़ा की, नैया पार लगा दे, मारा अटकया गाड़ा की।। राज सवाई जयपुर माई, माधोपुर सो नाम,...
Read moreDetailsसुनले चौथ मात बरवाड़ा की, नैया पार लगा दे, मारा अटकया गाड़ा की।। राज सवाई जयपुर माई, माधोपुर सो नाम,...
Read moreDetailsअरे पेला जेडा प्रेम हमेशा कोनी रेवे ओ, नेम धरम थारा छाना कोनी रेवे ओ, अरे बरसीयोडा री बात बटाऊ...
Read moreDetailsसतगुरु आया बिणजारा रे मनवा, दोहा: सतगुरु आवत देखीया, जारे लारे लाल बंदूक, गोली दागी हरी नाम री, भाग गया...
Read moreDetailsशमशाबाद अति पावन भूमि, आई माताजी री बडेर सुहानी, परचा पडे हद भारी ओ, चमत्कारी ओ, आई माता री बडेर...
Read moreDetailsआव आव मारा सेठ सांवरा, था बीन मायरो कुन भरे।। देराणी जेठाणी माने, मोसा गना बोले, नानी नैणा सु नीर...
Read moreDetailsअरे हरी भज हरी भज हिरा परख ले, समझ राख मन मजबूती, साचा सुमिरन करो मालिक रा, और वार्ता सब...
Read moreDetailsढेलडी मार्ग में क्यु ब्याई, दोहा: अजगर करे नी चाकरी, तो पंछी करे नि काम, दास मलुका यु कहे, सब...
Read moreDetailsअरे आज मारो मनड़ो हुओ वैरागी, उठे हवारनो वेगो रे जीवडा, अमल कालजे लागो ए हा।। घर वाली ने हेलो...
Read moreDetailsमां बाप भगवान केवीजे, दोहा - मात पिता परमात्मा, और पति सेवा गुरु ग्यान, जिन से हिलमिल चालीये, वो नर...
Read moreDetailsचरखा को भेद बता दे, कातन वाली नार।। वन जायो वन उपनियो रे, वन मै तेरो वास, एक अचंबो मै...
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