काया नगर में ऊबी निम्बडी जिनरी कुपल खारी
काया नगर में ऊबी निम्बडी, दोहा - और भला सब रूठ जो, और ना रूठे गुरूदेव, गुरू रूट्या मेरे ना...
Read moreDetailsकाया नगर में ऊबी निम्बडी, दोहा - और भला सब रूठ जो, और ना रूठे गुरूदेव, गुरू रूट्या मेरे ना...
Read moreDetailsरखो हाथ ढाल तलवार मुठ मजबूती, मुठ मजबूती ए धरदे रे जगदम्बा, राजपूतों में मजबूती, ए धरदे रे जगदम्बा, राजपूतों...
Read moreDetailsमनडो लागो मेरो राम फकीरी में, दोहा - साधु जन हद सेे तपे, नी बेहद तपे वो पीर, हद बेहद...
Read moreDetailsसोनाला रो टिकट कटायो म्हारी गोरी, सोंनाला रो टिकट कटायो म्हारी गोरी, आपा बैठ आपा बैठ मोटर मे चाला रे,...
Read moreDetailsमेला में जा आई ओ, दर्शन भेरूजी का कर आयी, मेला में जाय ओ, दर्शन भेरूजी का कर आयी, लुगाई...
Read moreDetailsमिन्दर रो आडो थे तो खोलदो पुजारी, दर्शन करवा रो म्हारो नेम जे ए हा, फुलडा चढावु चरना मायने पुजारी,...
Read moreDetailsओ भोला मैं थाने पूछूं बात, पहाड़ों में की कर आवङियो, ओ गंवरा धूनी धुखे दिन रात, भक्ति में लीन...
Read moreDetailsथाने निवण करा गंगा माय, त्रिवेणी थाने अर्ज करा।। भगीरथ जन्मया दिलीप रे, कोई सागर कुल रे माय, गंगा लावण...
Read moreDetailsद्वापुर में कृष्ण चंद जी, किया प्रभु ने याद, आओ विश्वकर्मा स्वामी, भवन बना दो आलिशान।। जराचन्द तो अन्याय करे,...
Read moreDetailsविश्वकर्मा स्वामी, दोहा - विष्णु से विश्वकर्मा भया, प्रभु दिनों शिल्प कला रो ज्ञान, आंखे मूंद कला दर्शाई, जा रो...
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