मुकुट सिर मोर का मेरे चित चोर का भजन लिरिक्स
मुकुट सिर मोर का, मेरे चित चोर का, दो नैना नैना नैना, दो नैना सरकार के, कटीले हैं कटार से।।...
Read moreDetailsमुकुट सिर मोर का, मेरे चित चोर का, दो नैना नैना नैना, दो नैना सरकार के, कटीले हैं कटार से।।...
Read moreDetailsआजा कलयुग में लेके अवतार ओ गोविन्द अपने भक्तो की सुनले पुकार ओ गोविन्द। यमुना का पानी तोसे करता सवाल...
Read moreDetailsमैं हूँ शरण में तेरी संसार के रचैया, कश्ती मेरी लगा दो उसपार ओ कन्हैया।। तर्ज - मैं ढूढ़ता हूँ...
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