तुलसी सुमर संसार सार दे आचार्य श्री तुलसी भजन
तुलसी सुमर संसार सार दे, तीनों वर्णों से ये, तीन लोक तार दे।। तर्ज - पलकों का घर तैयार सांवरे।...
Read moreDetailsतुलसी सुमर संसार सार दे, तीनों वर्णों से ये, तीन लोक तार दे।। तर्ज - पलकों का घर तैयार सांवरे।...
Read moreDetailsकभी तो ये बाबा, साथी बन जाता है, कभी तो यें बाबा, माझी बन जाता है, उंगली पकड़ मेरी, चलना...
Read moreDetailsमेरे मन में पारसनाथ, तेरे मन में पारसनाथ, रोम रोम में समाया पारसनाथ रे, रोम रोम में समाया पारसनाथ रे,...
Read moreDetailsनाकोड़ा के भैरव नाथ, रहते भक्तो के साथ, जिसने प्रेम से, लिया भैरव नाम रे, उसके बन जाये, हर काम...
Read moreDetailsदादा गुरुदेव की आरती, ओम जय जय गुरुदेवा, दादा जी जय गुरुदेवा, आरती मंगल मेवा, आनंद सुख लेवा, ओम जय...
Read moreDetailsनाकोड़ा के मंदिर में, भक्त जो भी आता है, भेरूजी से रिश्ता वो, पल में जोड़ जाता है।। तर्ज -...
Read moreDetailsआयो रे आयो पर्युषण आयो, जन जन के भाग्य संवारने, प्रभु की पूजा गुरु की भक्ति, जिनवाणी मन मे उतारने।।...
Read moreDetailsश्री वल्लभ गुरु के चरणों में, मैं नित उठ शीश झुकाता हूँ, मेरे मन की कली खिल जाती है, जब...
Read moreDetailsगुरुजी मेरी, लागी लगन मत तोड़ना, लागी लगन मत तोड़ना, लागी लगन मत तोड़ना, गुरुजी मेरीं, लागी लगन मत तोड़ना।।...
Read moreDetailsआओ स्वामी जी तुम देने दर्शन, आकर भक्तों का, तुम धन्य करो जीवन, हर लब पे तुम्हारा नाम, आता है...
Read moreDetails© 2016-2025 Bhajan Diary