अरिहंतो का ध्यान धरो निर्ग्रंथों का मान करो लिरिक्स
अरिहंतो का ध्यान धरो, निर्ग्रंथों का मान करो, जिनवाणी को शीश नमाकर, धरो हृदय साभार, कि तेरा मानुष जनम अनमोल,...
Read moreDetailsअरिहंतो का ध्यान धरो, निर्ग्रंथों का मान करो, जिनवाणी को शीश नमाकर, धरो हृदय साभार, कि तेरा मानुष जनम अनमोल,...
Read moreDetailsस्थापना दिवस भैरव देव का, प्रतिष्ठा दिन है भैरव देव का, शुभ दिन ये बना त्योहार, नाकोडा भेरू देव का,...
Read moreDetailsदे दो दर्शन प्रभु नेमीनाथ प्रभु, मन मेरा तेरे बिन कहीं लगता नहीं, कोई तेरे सिवा मेरी सुनता नहीं, भूल...
Read moreDetailsगुरुवर का हुआ उपकार बहुत, अज्ञान तिमिर हरने के लिए, मेरे मन को बनाया है गागर, प्रभु ज्ञान सुधा भरने...
Read moreDetailsतेरा ध्यान हम तो धरे, गुरुवर दिल से याद करे, म्हाने दर्श दिखा जा रे, दादा बेगो बेगो आजा रे,...
Read moreDetailsहै मेरी यही प्रार्थना, करता रहूं आराधना, हे शंखेश्वर पारस नाथ, रखदो प्रभु मेरे सिर पर हाथ, हर जन्म मुझे...
Read moreDetailsतुलसी सुमर संसार सार दे, तीनों वर्णों से ये, तीन लोक तार दे।। तर्ज - पलकों का घर तैयार सांवरे।...
Read moreDetailsकभी तो ये बाबा, साथी बन जाता है, कभी तो यें बाबा, माझी बन जाता है, उंगली पकड़ मेरी, चलना...
Read moreDetailsमेरे मन में पारसनाथ, तेरे मन में पारसनाथ, रोम रोम में समाया पारसनाथ रे, रोम रोम में समाया पारसनाथ रे,...
Read moreDetailsनाकोड़ा के भैरव नाथ, रहते भक्तो के साथ, जिसने प्रेम से, लिया भैरव नाम रे, उसके बन जाये, हर काम...
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