जो गए गुरु द्वारे भव से पार हो गए भजन लिरिक्स
जो गए गुरु द्वारे, भव से पार हो गए, तू भी आजा गुरू द्वारे, दिन दो चार रह गए।। तर्ज...
Read moreDetailsजो गए गुरु द्वारे, भव से पार हो गए, तू भी आजा गुरू द्वारे, दिन दो चार रह गए।। तर्ज...
Read moreDetailsतेरी महिमा को न जानूँ मै, बस यूँ ही चला आया हूँ, न जानूँ मै ध्यान भजन, तेरे द्वार चला...
Read moreDetailsरोज रोज करता है, मन तू बहाने, काहे न माने तू काहे न माने।। तर्ज - हमतो तेरे आशिक है।...
Read moreDetailsऐ मेरे सतगुरू, दाता कर दो मैहर, तेरी महिमा को, सुन सुन के आया मै दर, ऐ मेरें सतगुरू, दाता...
Read moreDetailsमनवा रे अब मान ले कहना, दिन और बचे न, काहे न भजन करे हो।। तर्ज - चँदा रे मेरे...
Read moreDetailsगुरूदेव मेरे गुरूदेव मेरे, तेरा कोई भी शानी नही है, तुझसा कोई भी दानी नही है, गुरूदेव मेरे गुरूदेव मेरे।।...
Read moreDetailsबँदगी दुख तमाम हरती है, ओषधी का काम, ओषधी का काम करती है, बँदगी दुख तमाम हरती है।। तर्ज -...
Read moreDetailsतेरे निशदिन जल में लेकिन, फिर भी है मीन पियासी, फिर भी है मीन पियासी।। तर्ज - मैरे नैना सावन...
Read moreDetailsचार दिन का डेरा प्राणी, जग में हमारा। तर्ज - चाँद जैसे मुखड़े पे। दोहा - गुरु मूरत गति चँद्रमा,...
Read moreDetailsप्रभू मेरे आँगन भी, आना कभी, हो जो निकलना मेरी, गली से कभी।। तर्ज - कभी तेरा दामन न। पूजा...
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