बजरंगी महाराज तुम्हे भक्त बुलाते है भजन लिरिक्स
बजरंगी महाराज, तुम्हे भक्त बुलाते है, तुम्हे शीश झुकाते है।। तर्ज - कीर्तन की है रात। अज्ञान बालक है, चरणों...
Read moreDetailsबजरंगी महाराज, तुम्हे भक्त बुलाते है, तुम्हे शीश झुकाते है।। तर्ज - कीर्तन की है रात। अज्ञान बालक है, चरणों...
Read moreDetailsलाया हूँ श्रद्धा के दाता, दो सुमन तेरे लिए, वन्दना तेरे लिए है, और नमन तेरे लिए, लाया हूं श्रद्धा...
Read moreDetailsजबसे श्याम से मेरी, मुलाकात हो गई, तब से खुशियों की जैसे, बरसात हो गई, मिले श्याम से नैना, और...
Read moreDetailsक्यों चिंता करता बेकार, द्वारे पे तेरे खडो है दातार, देगो चुगेरो है जाने चोंच दई।। तर्ज - आने से...
Read moreDetailsजिंदगी में मुझे कुछ मिले ना मिले, हर घड़ी आपकी बस कृपा चाहिए, नाम की तेरी शोहरत कमा पाऊं मैं,...
Read moreDetailsश्याम की पूजा करते हो तो, अहम कभी ना करना, मेरा बाबा रूठ जाता है, मेरा बाबा रूठ जाता है,...
Read moreDetailsगुजरी तेरी कृपा से प्रभु जिंदगी, बाकी जितनी बची वो गुजर जाएगी, हौंसला है मुझे इक तेरा सांवरे, मेरी कश्ती...
Read moreDetailsचित्रकूट शुचि धाम है, प्रभु का सुहाना, प्रभु का सुहाना, भक्ति भावना भरे हृदय में, दिल से जिसने माना।। तर्ज...
Read moreDetailsखाटू में श्री श्याम विराजे, सालासर बजरंगी, हमने तो ये देख लिया, दोनों भक्तों के संगी, बोलो है ना, है...
Read moreDetailsदुनिया ये स्वारथ की, कोई भी नहीं अपना है, भाई को भाई ना समझे, समझे नहीं अपना है, दुनिया यह...
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