जयपुर से लाई मैं तो चुनरी रंगवाई के लख्खा जी भजन लिरिक्स
जयपुर से लाई मैं तो, चुनरी रंगवाई के, गोटा किनारी अपने, हाथो लगवाई के, मैया को ओढ़ाउंगी, द्वारे पे जाइके।।...
Read moreDetailsजयपुर से लाई मैं तो, चुनरी रंगवाई के, गोटा किनारी अपने, हाथो लगवाई के, मैया को ओढ़ाउंगी, द्वारे पे जाइके।।...
Read moreDetailsसज रही मेरी अम्बे मैया, सुनहरी गोटे में, सुनहरी गोटे में, रूपहरी गोटे में।। मैया तेरी चुनरी की गजब है...
Read moreDetailsअब ना रोको ना रोको, माँ के द्वार जाने दो, मुझे इक बार जाने दो, अब ना रोको ना रोको,...
Read moreDetailsमाँ मुराद कर पूरी आस रहे ना अधूरी, तेरे दर से जाऊंगा झोली भर के, शेरोवाली माता देख ले, आया...
Read moreDetailsमेरे कंठ बसो महारानी, ना मैं जानू पूजा तेरी, ना मैं जानू महिमा तेरी, मैं मूरख अज्ञानी, मेरे कंठ बसो...
Read moreDetailsतेरे नाम का मेने दीपक जलाया, माता रानी तेरे द्वार आया, सुना है नसीबा तूने सबका जगाया, ओ माता रानी...
Read moreDetailsतू जो दया ज़रा सी करदे, सर पे हाथ मेरे माँ धर दे। श्लोक - तेरे दरबार का पाने नज़ारा,...
Read moreDetailsतेरा भवन सजा जिन फूलों से, उन फूलों की महिमा खास है माँ, बड़ा गर्व है उनको किस्मत पर, तेरा...
Read moreDetailsतेरी दया के किस्से, दुनिया को मैं सुनाऊ। श्लोक - सर झुकाओगे अगर, माँ के दरबार के आगे, ना कभी...
Read moreDetailsतुम्हे हर घडी माँ प्यार करेगी, जरा माँ के दर पे तुम आकर के देखो, झुलाएगी पलकों के झूले में...
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