ओढ़ चुनरियाँ मैया लाल चली लख्खा जी भजन लिरिक्स
ओढ़ चुनरियाँ मैया लाल चली, सिंघ सवारी पे है लगती भली।। तर्ज - आजा ना छूले मेरी चुनरी। लाल रंग...
Read moreDetailsओढ़ चुनरियाँ मैया लाल चली, सिंघ सवारी पे है लगती भली।। तर्ज - आजा ना छूले मेरी चुनरी। लाल रंग...
Read moreDetailsतेरे दर पे माँ, जिंदगी मिल गई है, मुझे दुनिया भर की, ख़ुशी मिल गई है, तेरे दर पे माँ,...
Read moreDetailsसाँची कहे तोरे दर्शन से हमरे, जीवन में आई बहार मैया जी, मैया की सूरत ममता की मूरत, सुनती हो...
Read moreDetailsमाँ शारदे माँ शारदे, मां शारदे मां शारदे, ओ मैया हम तो हैं बालक तेरे माँ, मां शारदे मां शारदे।।...
Read moreDetailsधूम मची है धूम माँ के दर, धूम मची है धूम।। तर्ज - झूम बराबर झूम। श्लोक - कहीं न...
Read moreDetailsमुझे रंग दे ओ रंगरेज, चुनरिया सतरंगी, चुनरिया सतरंगी, चुनरिया सतरंगी, मैया को जाके ओढ़ाऊँ, चुनरिया सतरंगी।। एक रंग रंग...
Read moreDetailsआउंगी आउंगी मैं अगले, बरस फिर आउंगी, लाऊंगी लाऊंगी तेरी, लाल चुनरियाँ लाऊंगी।। माता ओ माता, पहाड़ो वाली माता। तेरी...
Read moreDetailsलाली लाली लाल चुनरियाँ, कैसे ना माँ को भाए।। माई मेरी सूचियाँ जोतावाली माता तेरी सदा ही जय, माई मेरी...
Read moreDetailsआते है हर साल नवराते माता के, आए नवरात्रे माता के।। श्लोक - चैत महीना और अश्विन मे, आते माँ...
Read moreDetailsलाल लाल चुनरी सितारो वाली, सितारो वाली, जिसे ओढकर आई है, माँ शेरोवाली, जिसको ब्रह्मा ने बनाया, जिसको विष्णु ने...
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