जतन कर आपणा प्यारे कर्म की आस नहीं कीजे लिरिक्स
जतन कर आपणा प्यारे, कर्म की आस नहीं कीजे।। मानुस की देह है गुणकारी, अक्ल पशुओं से है न्यारी, वो...
Read moreDetailsजतन कर आपणा प्यारे, कर्म की आस नहीं कीजे।। मानुस की देह है गुणकारी, अक्ल पशुओं से है न्यारी, वो...
Read moreDetailsमैं तो रमता जोगी राम, मेरा क्या दुनिया से काम, मैं तो रमता जोगी राम।bd। हाड़ माँस की बनी पुतलिया,...
Read moreDetailsईश्वर तेरे दरबार की, महिमा अपार है, बंदा न सके जान, तेरा क्या बिचार है, ईंश्वर तेरे दरबार की, महिमा...
Read moreDetailsहरिनाम सुमर सुखकारण रे, सुखकारण रे, भवतारण रे, हरिनाम सुमर सुखकारण रें।। सोवत जागत फिरत निरंतर, सोवत जागत फिरत निरंतर,...
Read moreDetailsक्यों पानी में मल मल नहाये, मन की मैल उतार, मन की मैल उतार, क्या पानी में मल मल नहावें,...
Read moreDetailsनबजिया वैद क्या जाणे, हमें दिल कि बीमारी है।। कभी कफ रोग बतलाये, कभी तासीर गरमी की, जिगर का हाल...
Read moreDetailsमुझे है काम ईश्वर से, जगत रूठे तो रूठन दे।। कुटुम्ब परिवार सुत दारा, माल धन लाज लोकन की, हरि...
Read moreDetailsसंदेसा आ गया यम का, चलन की कर तैयारी है।। बाल सिर के हुए धोले, सफेदी आँख पर छाई, कान...
Read moreDetailsसदाशिव सर्व वरदाता, दिगम्बर हो तो ऐसा हो, हरे सब दुःख भक्तों के, दयाकर हो तो ऐसा हो, सदाशिंव सर्व...
Read moreDetailsजिसको नही है बोध तो, गुरु ज्ञान क्या करे, निज रूप को जाना नहीं, पुराण क्या करे।। घट घट में...
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