हरि का नाम सुमर सुखधाम जगत में जीवन दो दिन का
हरि का नाम सुमर सुखधाम, जगत में जीवन दो दिन का।। पाप कपट कर माया जोड़ी, गर्व करे धन का,...
Read moreDetailsहरि का नाम सुमर सुखधाम, जगत में जीवन दो दिन का।। पाप कपट कर माया जोड़ी, गर्व करे धन का,...
Read moreDetailsशरण में आ पड़ा तेरी, प्रभु मुझको भुलाना ना।। तर्ज - दशा मुझ दीन की। तेरा है नाम दुनिया में,...
Read moreDetailsनारायण जिनके हिरदे में, सवैया - तात मिलै पुनि मात मिलै, सुत भ्रात मिलै युवती सुखदाई, राज मिलै गज बाज...
Read moreDetailsमुझे क्या काम दुनिया से, विरह में मैं दीवाना हूँ।। तर्ज - मुझे है काम ईश्वर से। प्यारे की खोज...
Read moreDetailsपिया मिलन के काज आज, जोगन बन जाउंगी।। राग - दरबारी। हार श्रृंगार छोड़कर सारे, अंग बिभूत रमाऊँगी, सिंगी सेली...
Read moreDetailsजय शंकर कैलाशपति शिव, पूरण ब्रम्ह सदा अविनाशी, पूरण ब्रम्ह सदा अविनाशी, जय शंकर कैलाश पति शिव।। अंग विभूति गले...
Read moreDetailsजिंदगी सुधार बंदा, यही तेरो काम है।। मानुष की देह पाई, हरि से ना प्रीत लाई, विषयों के जाल माही,...
Read moreDetailsशंकर तेरी जटा में, बहती है गंग धारा, काली घटा के अंदर, जिम दामिनी उजारा, भोले तेरी जटा में, बहती...
Read moreDetailsचलो चलो सखी अब जाना, हरि भेज दिया परवाना।। एक दूत जबर चल आया, सब लश्कर लाव मंगाया, किया बीच...
Read moreDetailsकरो हरि का भजन प्यारे, उमरिया बीती जाती है।। तर्ज - दशा मुझे दीन की। पूरब शुभ कर्म कर आया,...
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