सिवरू देवी शारदा मां,
लंबोदर महाराज,
गणनायक गणराज,
सिवरू देवी शारदा मां,
लंबोदर महाराज,
मावडी गणनायक गणराज,
आई माताजी री महीमा गावु,
आई माताजी री महिमा गावु,
सुनजो ध्यान लगाय,
बिलाड़ो बलि राज रो,
जटे आप कियो निवास,
इन कलयुग माई एक आसरो,
मां थारोडो विश्वास।।
नारलाई में आया आईजी,
जग्गा जी रे द्वार,
भवानी परिहारों रे द्वार,
जिन खूंटे मां बैल बांधी है,
खुंटिया बावजी केवाय,
आईजी खुंटिया बावजी केवाय,
परिहार वंश मां जात लगावे,
परिहार वंश मां जात लगावे,
मन इच्छा फल पाय,
बिलाडो बलि राज रो,
जटे आप कियो निवास,
इन कलयुग माई एक आसरो,
मां थारोडो विश्वास।।
नारलाई में चुटिया सु मां,
दीनी गुफा बनाय,
भवानी अखंड ज्योत जगाय,
डायलाणा भैसाणा मे मैया,
हल रा बडला बनाय,
आईजी भैसो रा भाटा बनाय,
बगड़ी सेवाज मां परचो दीनो,
सेवाज में मां परचो दीनो,
सबक मालन ने सिखाय,
बिलाडो बलि राज रो,
जटे आप कियो निवास,
इन कलयुग माई एक आसरो,
मां थारोडो विश्वास।।
सीरवी बिलोजी रे आंगन,
आया आई मात,
भवानी आया आई मात,
सेवा चाकरी सु राजी होयने,
दीयो थे वरदान,
आईजी दीयो थे वरदान,
बिलावास सु बिलोजी रो,
बिलावास सु बिलोजी रो,
वेग्यो अमर नाम,
बिलाडो बलि राज रो,
जटे आप कियो निवास,
इन कलयुग माई एक आसरो,
मां थारोडो विश्वास।।
पतालिया वास मे आया,
मोजडी सु धुल जडाय,
भवानी मोजडी सु धुल जडाय,
धुल सु मैया पाल बनायी,
जीजी पाल केवाय,
आईजी जीजी पाल केवाय,
हेलो सुनता ही आया माताजी,
हेलो सुनता आया आईजी,
करी भगतो री सहाय,
बिलाडो बलि राज रो,
जटे आप कियो निवास,
इन कलयुग माई एक आसरो,
मां थारोडो विश्वास।।
1521 संवत् ने आया बिलाड़ा रे माय,
आईजी आया हाम्बडो रे द्वार,
धन धान रो बनीयो कोयलो,
परचो दीयो बताय,
भवानी परचो दीयो बताय,
*मनीष सीरवी* महीमा बनावे,
*जोगाराम प्रजापत* गावे,
*अनिता* महीमा सुनाय,
बिलाडो बलि राज रो,
जटे आप कियो निवास,
इन कलयुग माई एक आसरो,
मां थारोडो विश्वास।।
सिवरू देवी शारदा मां,
लंबोदर महाराज,
गणनायक गणराज,
सिवरू देवी शारदा मां,
लंबोदर महाराज,
मावडी गणनायक गणराज,
आई माताजी री महीमा गावु,
आई माताजी री महिमा गावु,
सुनजो ध्यान लगाय,
बिलाड़ो बलि राज रो,
जटे आप कियो निवास,
इन कलयुग माई एक आसरो,
मां थारोडो विश्वास।।
गायक – जोगाराम जी प्रजापत एवं अनिता जी सिसोदिया।
लेखक – मनीष सीरवी (रायपुर जिला ब्यावर राजस्थान)








