भक्ति सुरा री कायर रो भाँडो काम नई आवे रे

भक्ति सुरा री कायर रो भाँडो काम नई आवे रे
राजस्थानी भजन

भक्ति सुरा री,
जियो जियो रे भक्ति सूरा री,
कायर रो भाँडो काम नई आवे रे,
भक्ति सूरा री।।



सील न संतोश भया,

हिरदे बिच राखो रे,
घ्यान दो घड़ी बेठ भाया,
भली बिचारो रे,
भक्ति सूरा री,
कायर रो भाँडो काम नई आवे रे,
भक्ति सूरा री।।



काचो शस्त्र बांध सुरो,

रण भारत मे जावे रे,
अरे रण भारत मे जाई सुरो,
पुरो गाजे रे,
भक्ति सूरा री,
कायर रो भाँडो काम नई आवे रे,
भक्ति सूरा री।।



बरखत खाल पकावत बाजे,

सुरो सिर पर साजे रे,
ज्ञान खड़कने काई न भागे,
कायर भागे रे,
भक्ति सूरा री,
कायर रो भाँडो काम नई आवे रे,
भक्ति सूरा री।।



देव नाथ गुरु पूरा मिल्या,

भिन्न भिन्न कर समजाया रे,
मानसिंह सतगुरु जी रे सरने,
हरि गुण गाया रे,
भक्ति सूरा री,
कायर रो भाँडो काम नई आवे रे,
भक्ति सूरा री।।



भक्ति सुरा री,

जियो जियो रे भक्ति सूरा री,
कायर रो भाँडो काम नई आवे रे,
भक्ति सूरा री।।

Upload By – Bal kalakar Manish Suthar
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