बाबा मोहन राम,
रटू तेरा नाम,
तू दर्श दिखा आजा,
आ घोड़े पे बेठ,
ना देर लगा ज्यादा।।
सेवक थारे तुम्हें पुकारे,
तुम बिन कौन हमारा से,
सब जग जाने हर कोई माने,
तू जग का पालन हारा से,
ले के तेरा नाम करू हर काम,
तू धीर बंधा बाबा,
आ घोड़े पे बेठ,
ना देर लगा ज्यादा।।
हे तपधारी सुन गिरिधारी,
तेरा जगन रचाऊगां,
सदा मनाऊं तुम को धयाऊ,
दिल में तुम्हें बसाऊंगा,
मीरा सा घनश्याम अमृत का जाम,
तू मने पीला बाबा,
आ घोड़े पे बेठ,
ना देर लगा ज्यादा।।
काली खोली तेरी बोली,
कण कण तुही समाया से,
काट रहा दुख बाट रहा सुख,
कर विशवास मैं आय से,
धूणे की तेरी आग जगा दे भाग्य,
तू मनै तपा बाबा,
आ घोड़े पे बेठ,
ना देर लगा ज्यादा।।
पावन ज्योति जिस घर होती,
वहाँ पर दुख नही आते हैं,
खास निठौरा गाँव के छोरा तेरे,
सुरेन्द्र भजन सुनाते हैं,
कारण तेरे आज खडक रहां साज,
तू खैल खिला बाबाआ घोड़े पे बेठ,
ना देर लगा ज्यादा।।
बाबा मोहन राम,
रटू तेरा नाम,
तू दर्श दिखा आजा,
आ घोड़े पे बेठ,
ना देर लगा ज्यादा।।
गायक – सुरेन्द्र सिंह निठौरा।
9999641853








