सत्संग वह गंगा है जिसमे जो नहाते है भजन लिरिक्स
सत्संग वह गंगा है, जिसमे जो नहाते है, सत्संग वो गंगा है, जिसमे जो नहाते है, पापी से पापी भी,...
सत्संग वह गंगा है, जिसमे जो नहाते है, सत्संग वो गंगा है, जिसमे जो नहाते है, पापी से पापी भी,...
धन्य है भारत देश हमारा, वंदे मातरम् का नारा। दोहा - जब तक रहे गंगा त्रिवेणी, रहे तिरंगे की आन,...
थे तो धरनी पधारया गंगा माय, दोहा - गंगा जमुना सरस्वती, भागीरथ रे भाव, मृत्यु लोक में गंगा लायो, तपने...
गंगा जमुना और सरस्वती, दोहा - सतगुरु की संगत करो, धरो हरि को ध्यान, अंतकरण शुद्ध होवसी, महाकुम्भ करो स्नान।...
बाबा ने चरणों से, जबसे लगाया है मुझे, पहले तो मैं काबिल ना था, पहले तो मैं काबिल ना था,...
आलूसिंह जी ने, सारे जग में डंका बजाया है, हमें श्याम से मिलाया है, आलुसिंह जी ने।। तर्ज - एक...
क्या देखें सावन, क्या देखें फागुण, जब भी दिल करता, तुमसे मिलने आ जाते हम।। तुम्हारी याद आए तो, दिल...
कोई विपदा हो मुझपे पड़ी जो, जग में कहाँ मैं जाऊंगा, तेरे ही दर पे आऊंगा मैं, शीश झुकाऊँगा, मैं...
वो नज़र हमें मिल जाए, तेरे दर्शन पा जाएँ, इन अधरों से सांवरिया, तेरी महिमा गा जाएँ, वो नज़र हमें...
श्री हनुमान चालीसा हिंदी लिरिक्स, सम्पूर्ण सुन्दरकाण्ड यहाँ देखे ✏ दोहा - श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।...
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