पितरा की पातड़ी घड़ दे सोनी का पितृ भजन लिरिक्स
पितरा की पातड़ी घड़ दे सोनी का, नुत जिमाऊं ऊत बुलावा, दिया जलावां घी का।। सोना चांदी की पातडी में,...
पितरा की पातड़ी घड़ दे सोनी का, नुत जिमाऊं ऊत बुलावा, दिया जलावां घी का।। सोना चांदी की पातडी में,...
सेवक लाए है भंगिया, भोले बाबा छान के, भर भर के लोटा पि ले, मस्ती में तान के, भर भर...
म्हारे कालजे री कोर, प्यारा प्यारा चितचोर, म्हारे नैणा सू नैण मिलाले रे, बाबा कुछ म्हासू बतलाले रे, बतलाले रे...
मैया जी मेरे हाथ को, अब थाम लीजिये। दोहा - रोता हूँ जार जार, कुछ असर ही नहीं है, लगता...
सजा श्याम नाम दरबार, खाटू में बरसे है प्यार।। बाबा तेरे भगत ने आस लगाई, खाटू वाले करो सहाई, बाबा...
माँ पतितपावनी, दोहा - तेरे बगैर ना सजदे, किये कभी मैंने, बसा के दिल में तुझे, की है बंदगी मैंने,...
मुंबई नगर के वासी सदा खुश रहना, गलती हुई जो हमसे माफ़ कर देना, आत्मा की बात तुमको बतला रहे...
आरती उतार लो, सीता रघुवर जी की, लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न के संग, पवन तनय जी की, आरती उतार लों, सीता...
वालेरा में बिराजीया, दुदेश्वर महादेव, आशा भारतीजी करे सेवना, आप देवो आदेश, कोई वले वले करूँ विनती, दर्शन दो महादेव,...
आशा भारतीजी आप बड़ा तपधारी, स्वामी कुल में जामो पायो, स्वामी कुल मे जामो पायो, वारी वारी जाऊँ बलिहारी ओ,...
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