तुझे पिता कहूं या माता शिवजी भजन लिरिक्स
तुझे पिता कहूं या माता, तुझे मित्र कहूं या भ्राता, सौ सौ बार नमन करता हूँ, चरणों में झुकाकर माथा,...
तुझे पिता कहूं या माता, तुझे मित्र कहूं या भ्राता, सौ सौ बार नमन करता हूँ, चरणों में झुकाकर माथा,...
माँ छगनी के दुलारे, श्री बाबोसा भगवान, इनके नाम से जग में, हम भक्तो की पहचान, माँ छगनी के दुलारें।।...
भजन कम शोर है ज्यादा, कुछ तो रखो मर्यादा, जो भी गाना है गाओ सुर में, स्वर ईश्वर में ना...
मुझे मैया के दरबार में, ठिकाना मिल गया, मुझे ठिकाना मिल गया, कही भी लागे न जिया, मुझे मईया के...
किसी के काम जो आये, उसे इंसान कहते हैं। दोहा - मंदिर में पूजा करो, तीर्थ करो हज़ार, दिल में...
दरबार में खाटू वाले के, दुःख दर्द मिटाए जाते है, गर्दिश के सताए लोग यहाँ, सिने से लगाए जाते है,...
बाबोसा मेरी अर्जी, स्वीकार तू कर लेना, आया हूँ शरण तेरी, चरणों में जगह देना।। तर्ज - बचपन की मोहब्बत...
तेरा ध्यान हम तो धरे, गुरुवर दिल से याद करे, म्हाने दर्श दिखा जा रे, दादा बेगो बेगो आजा रे,...
राजी राजी राखो बाबा, फिर थारे दर पे आवा जी, भूल चूक म्हारी माफ़ करो फिर, थारा दर्शन पावां जी,...
जय महाकाली शेरावाली, सारे जग की तू रखवाली, तेरे दर पे आने का सजदा करूँ, तेरी याद माँ मुझको आने...
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