जंगल विच भैरुनाथ थारो कुण कर गयो श्रृंगार लिरिक्स
जंगल विच भैरुनाथ, थारो कुण कर गयो श्रृंगार, कुण थारे काजल लगायो, कूण लायो प्रसाद, थारे माली पाना चम-चम चमके,...
जंगल विच भैरुनाथ, थारो कुण कर गयो श्रृंगार, कुण थारे काजल लगायो, कूण लायो प्रसाद, थारे माली पाना चम-चम चमके,...
माँ का दर्शन जिसने पाया, उसने पाया अमृत फल, जय माता की कहता चल, जय माता की कहता चल।। ऊँचें...
तेरी हरदम करूँ जी हुजूरी माँ, करदे करदे मुरादे पूरी माँ, करदे करदे मुरादे पूरी माँ।। पूरी शक्कर चढाऊँ, नौ...
रल्का महामाया का लागे रे, इंदरगढ़ का डूंगरा में बाजा बाजे रे, बाजा बाजे रेे बाजा बाजे रे, रल्का महामाया...
ओल्यू आप री आवे मारा सतगुरु, याद आपकी आवे जी, याद करू जद रेवो हिरदा में, पल पल याद सतावे...
बूटी ले आओ हनुमान प्यारे, मेरे लक्ष्मण के प्राण बचाना, डूबती तेरे राम की नैया, बाला तू आके पार लगाना,...
मेरे खाटू वाले श्याम की कृपा से, हर बिगड़ा काम संवरता है, मैं खाली हाथ ही जाता हूँ, वो झोलियाँ...
जिस दिन साँवरे से, बात नहीं होती, कटता नहीं दिन, रात नहीं होती, लगता नहीं है दिल, श्याम के बिना,...
बाबा श्याम मेरे, ओ बाबा श्याम मेरें, तू है तो दुनिया कितनी हंसी है, जो तू नहीं तो कुछ भी...
तू खाटू का राजा, मैं तेरे दर का भिखारी, ओ मुरली वाले श्याम, तेरी महिमा है न्यारी, तू खाटु का...
© 2016-2025 Bhajan Diary