अब सुध लिज्यो,
म्हारी मात भवानी,
कृपा किज्यो ए,
अब सुध लीजो ए।।
प्रथम तो अष्ट अंग्या मईया,
रही शिव घर पटरानी ए,
तेरी माया सब जुग छाया,
वैद बखानी ए,
अब सुध लीजो ए।।
नागौर में नागणेची मईया,
ओसियां सांचल माई ए,
जोधाणै चामुण्डा माई,
बिलाड़ा आई ए,
अब सुध लीजो ए।।
हाथ जोड़ मैं करूं विनती,
अरजी म्हारी सुणज्यो ए,
बिकाजी रो वंश बढायो,
करनल माई ए,
अब सुध लीजो ए।।
आगे भक्त अनेक उबारया,
अब के बारी म्हारी ए,
कहे हजारी भंव सिंधू भारी,
पार उतारी ए,
अब सुध लीजो ए।।
अब सुध लिज्यो,
म्हारी मात भवानी,
कृपा किज्यो ए,
अब सुध लीजो ए।।
गायक – समुन्द्र चेलासरी।
मो. – 8107115329








