आँखों में श्याम आपको,
ऐसे बसायलु,
पलके जो बंद हो मेरी,
फिर भी निहारलू।।
सूरत सलोनी आपकी,
खंजर चला रही,
मूरत ये प्यारी आपकी,
मन को लुभा रही,
नैनों में जो ये प्यास है-२,
उसको बुझायलु,
आंखो में श्याम आपको,
ऐसे बसायलु।।
श्रृंगार तेरा देख कर,
उसमें ही खो गया,
तस्वीर तेरी आंख में,
लेकर ही सो गया,
सपनों में देख आपको-२,
खुद को सवार लू,
आंखो में श्याम आपको,
ऐसे बसायलु।।
कहता ‘अनुज’ ये आपसे,
नज़रों में आइए,
है दिल में भी जगह बहुत,
उसमें समाइए,
आंखो से श्याम आपको-२,
दिल में उतार लू,
आंखो में श्याम आपको,
ऐसे बसायलु।।
आँखों में श्याम आपको,
ऐसे बसायलु,
पलके जो बंद हो मेरी,
फिर भी निहारलू।।
Singer – Deepak Vishnoliya
Lyrics – Anuj Agarwal Kolkata








