सरयू तट पर दीप जले है,
जगमग करे किनारा,
आज अवध संग देश में गूंजे,
जय श्री राम का नारा,
सरयू तट पर दिप जले है।।
हर एक घर में खुशियां छाई,
राम प्रभु मेरे आएँगे,
दूर हुआ अँधियारा हम,
खुशियों के दीप जलाएंगे,
सज रहे है घर और आँगन,
गलियों संग चौबारा,
आज अवध संग देश में गूँजे,
जय श्री राम का नारा,
सरयू तट पर दिप जले है।।
निषाद शबरी आए है,
केवट नैया खिवाये है,
हनुमत सुग्रीव अंगद भी,
विभीषण को संग लाए है,
यज्ञ हो रहा आज अवध में,
पावन बड़ा नज़ारा,
आज अवध संग देश में गूँजे,
जय श्री राम का नारा,
सरयू तट पर दिप जले है।।
गुरु वशिष्ठ सुमंत सभी है,
कर रहे देखो तैयारी,
हनुमत को सीता मैया ने,
दी है ये जिम्मेदारी,
नील गगन से देवो की,
पुष्पों की बौछार,
आज अवध संग देश में गूँजे,
जय श्री राम का नारा,
सरयू तट पर दिप जले है।।
सरयू तट पर दीप जले है,
जगमग करे किनारा,
आज अवध संग देश में गूंजे,
जय श्री राम का नारा,
सरयू तट पर दिप जले है।।
Singer – Vicky Kabi
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