एक फेरी रूनीचे,
बाबे की बोल दे,
बाबा की बोल दे,
थारा काम बनेला सगळा,
तू बाबे पर छोड़ दे।।
तवरा कुल में आन पधारो,
अजमलजी रो लालो,
धोरलिया धरती पर खेले,
मेनादे को प्यारो,
सुगना बाई के बीरा ने तू,
एकर धोक ले,
थारा काम बनेला सगळा,
तू बाबे पर छोड़ दे।।
रूणिचा क मंदिर माहि,
पर्चा लागे भारी,
जो कोई ध्यावे साचे मन सु,
चिंता मेटे सारी,
मोह माया रा बंदन अब,
तू सारा तोड़ दे,
थारा काम बनेला सगळा,
तू बाबे पर छोड़ दे।।
रामधणी के धोक लगाकर,
बाता केदे सारी,
डाली बाई के भोग लगाकर,
ज्योत जगा ले साँची,
बाबे री भगति मे थारो,
मन जोड़ ले,
थारा काम बनेला सगळा,
तू बाबे पर छोड़ दे।।
धोली धजा वालों बाबो,
पछरंग नेजा वालों,
रूणिचा मे बेड्यो बाबो,
भगता को रखवालों,
लीले पर असवार बापजी,
बेगो आव रे,
थारा काम बनेला सगळा,
तू बाबे पर छोड़ दे।।
जो भी ध्यावे सच्चे मन सु,
बेड़ो पार लगावे,
पैदल पैदल आवे बाबा,
मन इच्छा वे पावे,
गोपाला न दर्शन देणो,
आज सोच ले,
थारा काम बनेला सगळा,
तू बाबे पर छोड़ दे।।
एक फेरी रूनीचे,
बाबे की बोल दे,
बाबा की बोल दे,
थारा काम बनेला सगळा,
तू बाबे पर छोड़ दे।।
गायक – गोपाल सोनी रतनगढ़।
9982095020








