मेरी नज़रों के आगे,
तस्वीर तुम्हारी हो,
नैनों से नीर बहे,
कुछ बात हमारी हो।bd।
तर्ज – बचपन की मोहब्बत को।
मिलकर के तुमसे प्रभु,
मन हल्का करना है,
मेरे दिल के पन्नों को,
तेरे आगे पढ़ना है,
खामोश हो ये दुनिया,
मुलाकात हमारी हो,
नैनों से नीर बहे,
कुछ बात हमारी हो।bd।
जाने अनजाने में,
मैंने पाप किए बाबा,
नादानी है मेरी,
मुझे माफ करो बाबा,
मेरा कान पकड़ लेना,
जब डांट लगानी हो,
नैनों से नीर बहे,
कुछ बात हमारी हो।bd।
तेरी इस किरपा को,
मैं सबको सुना पाऊं,
‘जीतू’ ने जो पाया,
वो सबको बता पाऊं,
दरबार की चर्चा में,
अपनी भी कहानी हो,
नैनों से नीर बहे,
कुछ बात हमारी हो।bd।
मेरी नज़रों के आगे,
तस्वीर तुम्हारी हो,
नैनों से नीर बहे,
कुछ बात हमारी हो।bd।
Singer – Varsha Garg
Lyrics – Jayant Sarda








