तुमने संवारे बिगड़े काम,
जो भी आया वैष्णो धाम,
आकर मन को मिलता आराम,
जो भी आया वैष्णो धाम।।
तर्ज – और इस दिल में।
तेरे दरबार में माँ,
अजब सी शक्ति देखि,
गुंगे भी बोलते देखे,
गोद भी भरती देखि,
ऊंचा तेरा भवन है मैया,
ऊँची तेरी शान,
माँ ऊँची तेरी शान,
तू ही तू बस सुबहो शाम,
जो भी आया वैष्णो धाम,
जो भी आया वैष्णो धाम।।
हम भी आये है मैया,
द्वार पे आज तुम्हारे,
बड़ी उम्मीद लगाकर,
ये तेरा लाल पुकारे,
दुनिया मारे ताने मैया,
अब तो दे दो ध्यान,
माँ अब तो दे दो ध्यान,
उसके बचाये तूने प्राण,
जो भी आया वैष्णो धाम,
जो भी आया वैष्णो धाम।।
नहीं कोई यूँ ही आता,
पहाड़ों पे चढ़ चढ़ के,
कोई तो बात होगी,
वैष्णों माँ के दर पे,
ब्रम्हा विष्णु शंकर गणपत,
बालाजी हनुमान,
मेरे बालाजी हनुमान,
इनसे भी ऊपर माँ का नाम,
जो भी आया वैष्णो धाम,
जो भी आया वैष्णो धाम।।
तुमने संवारे बिगड़े काम,
जो भी आया वैष्णो धाम,
आकर मन को मिलता आराम,
जो भी आया वैष्णो धाम।।
Singer – Raj Pareek Ji
Upload By – Sunil Kumar Dayma
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