मेरे ह्रदय बसे श्री राम,
बोले बीच सभा हनुमान,
की सीना चीर दिखाए,
वो सीना चीर दिखाए,
मत लेना इम्तेहान,
ना लेना इम्तेहान,
बोले बजरंगी बलवान,
वो सीना चीर दिखाए,
वो सीना चीर दिखाए।।
श्री रामजी की शक्ति से ही उड़कर,
मैं संजीवन ले आया,
उस बूटी में राम बसे थे,
तब प्राण लखन का बचाया,
तब प्राण लखन का बचाया,
न किया तनिक विश्राम,
झट पहुँच गए हनुमान,
प्रभु की महिमा गाये,
मेरे ह्रदय बसें श्रीराम,
बोले बीच सभा हनुमान,
की सीना चीर दिखाए,
वो सीना चीर दिखाए।।
श्री राम नाम ही लेकर,
मैंने सागर पार किया था,
श्री राम निशानी लेकर,
मैंने सीता माँ को दिया था,
तब सीता माँ को दिया था,
मेरी भक्ति है निष्काम,
किया सीता माँ को प्रणाम,
सिया का पता लगाए,
मेरे ह्रदय बसें श्रीराम,
बोले बीच सभा हनुमान,
की सीना चीर दिखाए,
वो सीना चीर दिखाए।।
हम सेवक है प्रभु स्वामी,
बस वो है अंतर्यामी,
अपने भक्तों की भक्ति,
श्री राम को सदा निभानी,
मेरे राम को सदा निभानी,
‘लक्खा’ जपले सुबहो शाम,
‘गिरी’ भली करेंगे राम,
ये भव से पार लगाए,
मेरे ह्रदय बसें श्रीराम,
बोले बीच सभा हनुमान,
की सीना चीर दिखाए,
वो सीना चीर दिखाए।।
मेरे ह्रदय बसे श्री राम,
बोले बीच सभा हनुमान,
की सीना चीर दिखाए,
वो सीना चीर दिखाए,
मत लेना इम्तेहान,
ना लेना इम्तेहान,
बोले बजरंगी बलवान,
वो सीना चीर दिखाए,
वो सीना चीर दिखाए।।
Singer – Lakhbir Singh Lakkha
Lyrics – Sanjay Giri