सम्भला हूँ जबसे आपने,
ली है मेरी ख़बर,
बंद आँखो में भी साँवरे,
बंद आँखो में भी साँवरे,
आते हो तुम नज़र,
संभला हूं जबसे आपने,
ली है मेरी ख़बर।।
जीवन का फूल साँवरे,
तुमसे ही खिल रहा,
तक़दीर में जो ना लिखा,
अब वो भी मिल रहा,
इज़्ज़त भी तुमसे मिल रही,
तुमसे मेरी कदर,
संभला हूं जबसे आपने,
ली है मेरी ख़बर।।
दरकार ना मुझे प्रभु,
दुनिया के साथ की,
छाया है सिर पे साँवरे,
तेरे ही हाथ की,
इस बेसहारे को मिला,
चरणों में तेरे घर,
संभला हूं जबसे आपने,
ली है मेरी ख़बर।।
खुशबू तुम्हारे नाम की,
मेरे तन में हो गई,
मन की व्यथा ओ साँवरे,
मन में ही खो गई,
बेख़ौफ़ चल रहा ‘कपिल’,
कैसा भी हो सफ़र,
संभला हूं जबसे आपने,
ली है मेरी ख़बर।।
सम्भला हूँ जबसे आपने,
ली है मेरी ख़बर,
बंद आँखो में भी साँवरे,
बंद आँखो में भी साँवरे,
आते हो तुम नज़र,
संभला हूं जबसे आपने,
ली है मेरी ख़बर।।
Singer – Deepanshu Agarwal
Lyrics – Kapil Sharma