श्याम तुम्हारा प्यार मिला है,
और भला क्या मांगू,
ये प्यारा दरबार मिला है,
और भला क्या मांगू।bd।
तर्ज – कौन सुनेगा किसको सुनाएं।
मुझसे ये दरबार ना छूटे,
बस ये मेरी विनती है,
दुनिया रूठे तू ना रूठे,
बस ये मेरी विनती है,
स्वर्ग सा ये,
संसार मिला है,
और भला क्या मांगू।bd।
तेरी सेवा करने का ही,
मन में भाव हमेशा हो,
तुमसे कभी भी दूर ना जाऊं,
ये ठहराव हमेशा हो,
तेरे जैसा यार मिला है,
और भला क्या मांगू।bd।
तेरे होते फिक्र नहीं है,
बेफिक्र मैं रहता हूं,
बाबा को अपना सौंप दे सबकुछ,
मैं तो सबसे कहता हूं,
मुझको तेरा दीदार मिला है,
और भला क्या मांगू।bd।
श्याम तुम्हारा प्यार मिला है,
और भला क्या मांगू,
ये प्यारा दरबार मिला है,
और भला क्या मांगू।bd।
Singer – Sanjay Mittal Ji