मुरली बजइयो आ गयो,
दोहा – आज यमुना के तीर पर,
लियो गोपी को चीर हर,
मुरली बजाने वाले,
दिल को चुराने वाले,
अब तो बजा ले मुरली,
यमुना पर बुलाने वाले।
मुरली बजइयो आ गयो,
मुरली बजैयो आ गयो,
ले कोरी बांस भर प्रेम सांस,
वो मीठी राग बजा गयो,
मुरली बजैयो आ गयो।।
कभी बैठ के डाल कदम की,
मीठी राग सुनाये,
मस्त मगन गोपी के ऊपर,
ठंडो नीर उड़ाये,
राधा को माखन खा गयो,
ग्वालों के मन को भा गयो,
ले कोरी बांस भर प्रेम सांस,
वो मीठी राग बजा गयो,
मुरली बजैयो आ गयो।।
यमुना तट पर आज लुटेरो,
सबके मन को लूटे,
ऐसे बांधे प्रेम के धागे,
जनम जनम नहीं छूटे,
राधा को सैयो आ गयो,
जग को नचैयों आ गयो,
ले कोरी बांस भर प्रेम सांस,
वो मीठी राग बजा गयो,
मुरली बजैयो आ गयो।।
मुरली बजैयो आ गयो,
मुरली बजैयो आ गयो,
ले कोरी बांस भर प्रेम सांस,
वो मीठी राग बजा गयो,
मुरली बजैयो आ गयो।।
Singer – Chotu Singh Rawna & Neeta Nayak