जगन्नाथ चकानयन,
नीलांचल वारे,
तू ना संभाले तो हमें,
कौन संभाले।।
मेरी ये नैया है अब तो,
तेरे हवाले,
मेरी ये नैया है अब तो,
तेरे हवाले,
तू न सम्भाले तो हमे,
कौन संभाले।।
तुझे छोड़ जाऊँ,
मैं अब किसके द्वारे,
तुझे छोड़ जाऊँ,
मैं अब किसके द्वारे,
तू न सम्भाले तो हमे,
कौन संभाले।।
जगन्नाथ स्वामी मेरे,
नैनो के तारे,
जगन्नाथ स्वामी मेरे,
नैनो के तारे,
तू न सम्भाले तो हमे,
कौन संभाले।।
जगन्नाथ चकानयन,
नीलांचल वारे,
तू ना संभाले तो हमें,
कौन संभाले।।
स्वर – श्री इंद्रेश जी उपाध्याय।
Upload By – Tanvi Pardeshi