थारो गिरधर लाल रिजायो रे आ मीरा मेड़तनी

थारो गिरधर लाल रिजायो रे आ मीरा मेड़तनी
राजस्थानी भजन

थारो गिरधर लाल रिजायो रे,
आ मीरा मेड़तनी,
मीरा मेड़तनी रे,
आ दासी मेड़तनी,
थारों गिरधर लाल रिजायो रे,
आ मीरा मेड़तनी।।



राणे विष का पियाला भेज्या,

जाय मीरा को पिलवाया,
विषड़ा रो दूध बणायो रे,
आ मीरा मेड़तनी,
थारों गिरधर लाल रिजायो रे,
आ मीरा मेड़तनी।।



राणे सर्प पिटारा भेज्या,

मीरा हंस कर गले लगाया,
सर्प को हार बनाया रे,
आ मीरा मेड़तनी,
थारों गिरधर लाल रिजायो रे,
आ मीरा मेड़तनी।।



राणो मीरा ने मारन लगो,

वो खाय तलाशी भागो,
राणा ने पर्चो दिखायो रे,
आ मीरा मेड़तनी,
थारों गिरधर लाल रिजायो रे,
आ मीरा मेड़तनी।।



जारे सहायक देवकी नंदन,

करती हूं मैं वंदन,
मीरा वास वैकुंठा पाओ रे,
जारो रामनिवास जस गायो,
आ मीरा मेड़तनी,
थारों गिरधर लाल रिजायो रे,
आ मीरा मेड़तनी।।



थारो गिरधर लाल रिजायो रे,

आ मीरा मेड़तनी,
मीरा मेड़तनी रे,
आ दासी मेड़तनी,
थारों गिरधर लाल रिजायो रे,
आ मीरा मेड़तनी।।

– गायक –
श्यामनिवास जी।
9034989481


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