हार के आया,
बाबा थारे द्वार,
हारे के सहारे,
थाम लो ना म्हारा हाथ,
हारे के सहारे,
थाम लो ना म्हारां हाथ।bd।
तर्ज – श्याम धणी को मोटो है दरबार।
मैया को जो वचन दिए,
उसकी राखो लाज,
वचन तेरा झूठा पड़े,
जो हारा मैं आज,
आंसुड़ा ये छलके,
क्यों बाबा दिन रात,
मैं क्यों हार गया रे सरकार,
तेरी राह निहारे,
नैना मेरे ओ कृष्ण मुरार,
हारे के सहारे,
थाम लो ना म्हारां हाथ।bd।
नानी को मायरो भरयो,
द्रोपदी को दी लाज,
बिटिया के आंसू बहे,
कैसे सोए बाप,
‘जया पवन’ के,
बाबा लखदातार,
बिटिया री राखो लाज,
बिटिया ने लागे,
पिहरो जी खाटू धाम,
हारे के सहारे,
थाम लो ना म्हारां हाथ।bd।
जीवन भर तेरो नाम लियो,
कैसे जाऊं हार,
यो दुनिया अब तंज कसे,
कहां तेरो घनश्याम,
ऋतु री सुनलो,
कड़वी कड़वी बात,
ये अंतिम है अरदास,
जो आज ना आयो,
कद मत आयो जी बाबा श्याम,
हारे के सहारे,
थाम लो ना म्हारां हाथ।bd।
हार के आया
बाबा थारे द्वार,
हारे के सहारे,
थाम लो ना म्हारा हाथ,
हारे के सहारे,
थाम लो ना म्हारां हाथ।bd।
Singer – Jaya Pawan Acharya








