थाकी नौकरी सेठ साँवरिया,
मारो मान बढ़ावे जी,
सेवक हूँ मैं थारो साँवरा,
सारी दुनिया जाने जी,
नाव मारी थाके भरोसे,
नाव मारी थाके भरोसे,
पार तो लगाओ जी,
सेठ सांवरा थाकी चाकरी,
मारो मान बढ़ावे जी।।
थे ही हो पालनहार,
थाको ही सहारो,
थाके ही भरोसे सँवरा,
परिवार मारो,
था बिन सँवरा माने,
था बिन सँवरा माने,
कुण तो संभाले,
सेठ सांवरा थाकी चाकरी,
मारो मान बढ़ावे जी।।
करजो गणु है माथे,
कैसे में चुकाऊँ,
दुनिया का ताना सँवरा,
और सह नी पाउ,
नैना में नीर सँवरा,
नैना में नीर सँवरा,
भर भर आवे,
सेठ सांवरा थाकी चाकरी,
मारो मान बढ़ावे जी।।
मैं तो सुन्यो जी सँवरो,
भक्ता रो हितकारी,
छोटी सी चरणा माही,
अर्जी है मारी,
थे नी सुनो तो सँवरा,
थे नी सुनो तो सँवरा,
कौण ने बताऊ,
सेठ सांवरा थाकी चाकरी,
मारो मान बढ़ावे जी।।
एक यो संदेशो मारो,
मन्डफया में पुगादो,
दर्शन कि मन मे मारे,
दरशन दिखादो,
बबलू रे चरणा को चाकर,
बबलू रे चरणा को चाकर,
भजना में गावे,
सेठ सांवरा थाकी चाकरी,
मारो मान बढ़ावे जी।।
थाकी नौकरी सेठ साँवरिया,
मारो मान बढ़ावे जी,
सेवक हूँ मैं थारो साँवरा,
सारी दुनिया जाने जी,
नाव मारी थाके भरोसे,
नाव मारी थाके भरोसे,
पार तो लगाओ जी,
सेठ सांवरा थाकी चाकरी,
मारो मान बढ़ावे जी।।
गायक – बबलू जी राजस्थानी।
प्रेषक – किशन धाकड़।
9001361914








