तेरी रहमत के चर्चे सुन,
तेरे दरबार आया हूँ,
बदल दो जीत में बाबा,
मैं लेकर हार आया हूँ।।
सुना है मैंने बाबा श्याम,
की तुम मरहम लगाते हो,
जगत से हार जाए जो,
उसे हर दम जिताते हो,
है टूटा दिल मेरा भी श्याम,
मैं टुकड़े चार लाया हूँ,
तेरी रेहमत के चर्चे सुन,
तेरे दरबार आया हूँ।।
मुझे विश्वास पूरा है,
सुनाई दे रहा तुमको,
के ये सब हो रहा है श्याम,
दिखाई दे रहा तुमको,
खड़ा हूँ तेरी चौखट पे,
गमो का भार लाया हूँ,
तेरी रेहमत के चर्चे सुन,
तेरे दरबार आया हूँ।।
अजब सा है नशा खाटू में,
सब कुछ भूल जाता हूँ,
करूँ दर्शन तो गोदी में,
तेरी मैं झूल जाता हूँ,
नहीं कुछ तुमको देने को,
मैं “चंदा” प्यार लाया हूँ,
तेरी रेहमत के चर्चे सुन,
तेरे दरबार आया हूँ।।
तेरी रहमत के चर्चे सुन,
तेरे दरबार आया हूँ,
बदल दो जीत में बाबा,
मैं लेकर हार आया हूँ।।
Singer – Aamir Ali (Khatudham)
Lyricist – Chanda Agarwal