तेरी जय हो मोहन राम,
जंगल में मंगल करदे,
जो लेता तेरा नाम,
तेरी जयहो मोहनराम,
तेरी जयहो मोहनराम।।
बाबा इंद्रासन से आया,
खोली में आसन लगाया,
तेरी अद्भुत देखी माया,
मेरे ऐसे हैं घनश्याम,
तेरी जयहो मोहनराम,
तेरी जयहो मोहनराम।।
जो तेरे जोहड़ ने छांटे,
खुश होकर शक्कर बांटे,
जो तेरे जोहड़ ने छांटे,
खुश होकर हलवा बांटे,
तू सबके दुखड़े काटे,
मेरे ऐसे मोहनराम,
तेरी जयहो मोहनराम,
तेरी जयहो मोहनराम।।
तेरी भरी जलहरी देखी,
तेरी माया न्यारी देखी,
तेरी लगी कचहरी देखी,
सुख से बसो मिलकपुर धाम,
तेरी जयहो मोहनराम,
तेरी जयहो मोहनराम।।
तेरी जय हो मोहन राम,
जंगल में मंगल करदे,
जो लेता तेरा नाम,
तेरी जयहो मोहनराम,
तेरी जयहो मोहनराम।।
गायक – प्रवेश शर्मा।
प्रेषक – मनु देव शर्मा।
7505565608