श्याम नहीं आये,
घनश्याम नहीं आये,
बैठी रहूं यमुना पे,
आस लगाये,
बैठी रहूं यमुना पे,
आस लगाये।।
तेरे दर्शन बिन,
दुःखी मैं सांवरिया,
कब आओगे श्याम,
मेरी नगरिया,
कोई तो आके तेरी,
ख़बर सुनाये,
बैठी रहूं यमुना पे,
आस लगाये,
बैठी रहूं यमुना पे,
आस लगाये।।
मन में बसी तेरी,
सांवरी सुरतिया,
कैसे कटेगी मोरी,
सारी उमरिया,
बाली उमरिया मन,
अति घबराये,
बैठी रहूं यमुना पे,
आस लगाये,
बैठी रहूं यमुना पे,
आस लगाये।।
काधें पे सोहे तेरी,
कारी कमलिया,
मन मेरा मोहे तेरी,
प्यारी बांसुरिया,
मैं तो शरणं प्रभु,
तेरा गुण गाऊं,
बैठी रहूं यमुना पे,
आस लगाये,
बैठी रहूं यमुना पे,
आस लगाये।।
श्याम नहीं आये,
घनश्याम नहीं आये,
बैठी रहूं यमुना पे,
आस लगाये,
बैठी रहूं यमुना पे,
आस लगाये।।
गायक – मुकुल द्विवेदी जी।
प्रेषक – जितेंद लोधा।
6260785342