जब से मिला है बाबा का साथ,
सपने हुए सच पूरे हजार,
श्याम खाटू वाले ने,
मेरी मौज कर दी,
होली और दिवाली तो,
मेरी रोज कर दी।bd।
तर्ज – आने से उसके।
मैंने तो सदा ही,
सच्चे मन से इन्हें ही रिझाया,
हर कदम में मेरा,
बस बाबा ने साथ निभाया,
अपनों ने छोड़ा तो क्या,
श्याम परिवारों की,
या पूरी फ़ौज कर दी,
होली और दिवाली तो,
मेरी रोज कर दी।bd।
सूखी रोटी खाकर,
रो रो कर भी दिन थे बिताए,
तेरी ही कृपा से,
भोग छप्पन तुम्हें अब लगाए,
मांगी थी चरणों की धूल,
पर लखदातारी ने,
मोटी गौज भर दी,
होली और दिवाली तो,
मेरी रोज कर दी।bd।
दे रहा है मुझको,
अपने चरणों का बाबा खजाना,
चाहिए जिसे भी,
श्याम चरणों में सर को झुकाना,
राधिका की मानी थी,
किस्मत पर तूने,
या खाटी मौज कर दी,
होली और दिवाली तो,
मेरी रोज कर दी।bd।
जब से मिला है बाबा का साथ,
सपने हुए सच पूरे हजार,
श्याम खाटू वाले ने,
मेरी मौज कर दी,
होली और दिवाली तो,
मेरी रोज कर दी।bd।
Singer – Radhika Thakur








