हे महारानी जग कल्याणी,
वाहन तेरा विशाल है,
शेर की सवारी माँ,
तुम्हारी बेमिसाल है।bd।
जब जब भीड़ पड़ी भक्तों पर,
तुमने इसे सजाया,
शेर सवारी करके मां,
धरती का भार मिटाया,
सबसे पहले तेरे शेर ने,
सबसे पहले तेरे शेर ने,
रण में ठोकी ताल है,
शेर की सवारी मां,
तुम्हारी बेमिसाल है।bd।
दुश्मन की गर्दन पर भारी,
काल से कठिन शिकंजे,
तीर और तलवार से तीखे,
तेरे शेर के पंजे,
स्वयं काल थर्राता जिससे,
स्वयं काल थर्राता जिससे,
भय खाता महाकाल है,
शेर की सवारी मां,
तुम्हारी बेमिसाल है।bd।
तुमने जग का भार उठाया,
शेर माँ तुम्हें उठाए,
जहां जरूरत पड़े आपकी,
वहां वहां ले जाए,
बैठके जिस पर सदा आपने,
बैठके जिस पर सदा आपने,
हमको किया निहाल है,
शेर की सवारी मां,
तुम्हारी बेमिसाल है।bd।
सिंहराज तुम महाशक्ति हो,
तुमसा कोई ना दूजा,
तभी तो माँ के साथ तुम्हारी,
करता ये ‘लख्खा’ पूजा,
करे ‘बेधड़क’ तेरी आरती,
तू वाकई कमाल है,
शेर की सवारी मां,
तुम्हारी बेमिसाल है।bd।
हे महारानी जग कल्याणी,
वाहन तेरा विशाल है,
शेर की सवारी माँ,
तुम्हारी बेमिसाल है।bd।
Singer – Lakhbir Singh Lakkha Ji
Upload By – Deepak
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