सांचो है थारो दरबार रे,
बाबोसा प्यारा रे,
मैं तो आई आईं,
थारे दरबार रे,
दीजो म्हाने दर्शन रे।।
तर्ज – इतल पीतल रो म्हारो।
लाल फुलड़ा रो लाई हार रे,
बाबोसा प्यारा रे,
लिय्या मोगरा री,
लाडिया लार रे,
दीजो म्हाने दर्शन रे।।
करूँ हीरा मोती सु सिणगार रे,
बाबोसा प्यारा रे,
लेवा फेर थारी,
नजर उतार रे,
दीजो म्हाने दर्शन रे।।
मेवा मिठाई छप्पन भोग रे,
बाबोसा म्हारा रे,
थारी घणी रे,
करा मैं मनुहार रे,
दीजो म्हाने दर्शन रे।।
‘दिलबर’ जोड़े दोनों हाथ रे,
बाबोसा म्हारा रे,
करो श्रेया री,
अरज स्वीकार रे,
दीजो म्हाने दर्शन रे।।
सांचो है थारो दरबार रे,
बाबोसा प्यारा रे,
मैं तो आई आईं,
थारे दरबार रे,
दीजो म्हाने दर्शन रे।।
गायिका – श्रेया रांका (जैन) भीलवाड़ा।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365