पैदल पैदल आया ओ,
रुणिचे रा रामदेव,
पुरों मारे मनडे री आश,
हियो हरसावो ओ।।
तर्ज – तालरिया मगरिया रे।
धोरा धरती रा थे पीर रामदेव जी,
सुगणा बाई रा भीर रामदेव जी,
थे हो सांचा तपधारी,
थारी महिमा सबसे न्यारी,
अरजी मारी सुन जो ओ,
रुणिचे रा रामदेव,
पुरों मारे मनडे री आश,
हियो हरसावो ओ।।
पगा तो उबानें थारे रुणिचे में आया,
आंसूड़ा रा मोती थारे चढ़ावन ने लाया,
मारी कर बाबा सुनवाई,
थारे द्वारे अरज लगाई,
खाली झोली पाछो मत भेज,
जियो दुःख पावे रे,
जूर जूर रोवे मारो जीव,
हियो कुरलावे रे।।
असलम सियोल बाबा थारा गुण गावे,
रेंदड़ी सु बाबा थारे रुणिचे में आवे,
थासु मोटी आश लगाई,
इत्ती काई देर लगाई,
कुकु पगल्या मंडवा दे,
बाबा मारे आंगने,
झुक झुक देवा थाने धोक,
सदा गुण गावा रे।।
पैदल पैदल आया ओ,
रुणिचे रा रामदेव,
पुरों मारे मनडे री आश,
हियो हरसावो ओ।।
गायक – असलम सियोल रेंदडी।
9636133983