भई रे छोड्यो पिन्जरीया रो हेत हंसो परखंडा चालीयो लिरिक्स
भई रे छोड्यो पिन्जरीया रो हेत, हंसो परखंडा चालीयो। दोहा - हाड़ जले जैसे लकडी जल गई, केश जले जैसे ...
Read moreDetailsभई रे छोड्यो पिन्जरीया रो हेत, हंसो परखंडा चालीयो। दोहा - हाड़ जले जैसे लकडी जल गई, केश जले जैसे ...
Read moreDetailsहिम्मत ना हारिये, प्रभु ना बिसारिये, हँसते हँसाते हुए, जीवन गुजारिये, हिम्मत ना हारिए।। तर्ज - मेरी जो लाज है। ...
Read moreDetailsकिसने सजाया तुमको मोहन, बड़ा सुन्दर लागे, बड़ा सोणा लागे।। ये मोर का मुकुटा, जय जय हो, किसने पहनाया, जय ...
Read moreDetailsसुख चाहे तो कान्हा को मनाले, प्रभु चरणों में मन को लगाले, भवसागर से नैया पार लगाले, अब प्रभु का ...
Read moreDetailsकाजल टीको लगवा ले, लुन राइ करवा ले, नही तो थारे नजर लग जावेगी, ओ बाबा थारे नजर लग जावेगी।। ...
Read moreDetailsआरती मंगलकारी की, पवनसुत अति बलधारी की।। तर्ज - आरती कुञ्ज बिहारी की। गले में तुलसी की माला, बजावें मृदंग ...
Read moreDetailsकृष्ण है विस्तार यदि तो, सार है राधा, कृष्ण की हर बात का, आधार है राधा, राधा बिना कृष्ण नहीं, ...
Read moreDetailsतुम प्रेम हो तुम प्रीत हो, मेरी बांसुरी का गीत हो, तुम प्रेम हों तुम प्रीत हों, मनमीत हो राधे, ...
Read moreDetailsलाल देह और लाल है चोला, मुखड़ा भोला भाला, ऐसे बजरंग बाला होss, माँ अंजनी का लाला, शीश मुकुट है ...
Read moreDetailsझूठी काया में डोले, झूठी माया में डोले, काहे माने ना जिया, काहे माने ना जिया।। ये तो पांच तत्व ...
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