रामायण मनका १०८ सम्पूर्ण हिंदी लिरिक्स
रामायण मनका १०८ हिंदी लिरिक्स, रघुपति राघव राजाराम, पतितपावन सीताराम। जय रघुनन्दन जय घनश्याम, पतितपावन सीताराम।। भीड़ पड़ी जब भक्त ...
Read moreDetailsरामायण मनका १०८ हिंदी लिरिक्स, रघुपति राघव राजाराम, पतितपावन सीताराम। जय रघुनन्दन जय घनश्याम, पतितपावन सीताराम।। भीड़ पड़ी जब भक्त ...
Read moreDetailsयाद करके तुझे, ये आंखें भर आई है, दे दो दर्शन मेरे बाबा क्यों, दी जुदाई है, दे दो दर्शन ...
Read moreDetailsए बीरा रे सिरे मंदिर गढ़ सोवणो, ए बीरा रे सिरे मन्दिर गढ़ सोवनो, जटे रत्नेश्वर रो धाम बीरा रे, ...
Read moreDetailsनाथजी शरण कमल बलिहारी, दोहा - शांतिनाथ जी को ध्यावसी, और होसी आनंद उत्साह, हाथ जोड़ विनती करा, पडा मै ...
Read moreDetailsमधुर सुर बोल रे कागा, मीरा रो मन राम से लागा, गुरु मिठो बोल रे कागा, बाई रो मन राम ...
Read moreDetailsजन मानस में गूंज रहा है, जय श्री राम जय श्री राम, प्राणो का आधार बना है, जय श्री राम ...
Read moreDetailsॐ जय गंगे माता, श्री जय गंगे माता, जो नर तुमको ध्याता, मन वांछित फल पाता, ॐ जय गँगे माता।। ...
Read moreDetailsएक बार तुम दर्शन दे दो, शिव शंकर भगवान, रात दिन धरूँ तुम्हारो ध्यान, रात दिन धरूँ तुम्हारो ध्यान, ऋषि ...
Read moreDetailsकोयल वाणी बोल रे कागा, दोहा - कागा किसका धन हरे, कोयल किसको दे, अरेे मीठी वाणी बोल के, वा ...
Read moreDetailsघायल कर गया ओ गुरूजी म्हानें, दोहा - सतगुरु मेरी आत्मा, मै संतो री देह, रोम रोम में रमरया, गुरू ...
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