निर्मोही राजा की कथा राजस्थानी कथा लिरिक्स
निर्मोही राजा की कथा, एक दिन भूपति, खेलन गय़ा शिकार, प्यास लगी उस भूप को, गया गुरु के पास। कहा ...
Read moreDetailsनिर्मोही राजा की कथा, एक दिन भूपति, खेलन गय़ा शिकार, प्यास लगी उस भूप को, गया गुरु के पास। कहा ...
Read moreDetailsसुन्दर गिरीजी महाराज, हरि अंश आया रे, ए गाँव लाखनी माय, जन्म धराया रे, पिता पाल सिंह जी परिहार, घणा ...
Read moreDetailsशिव गौरा के लाड़ले गणेश जी, दोहा - प्रथमे गुरूजी को वंदना, द्वितीये आदि गणेश, त्रितिये सिमरु माँ शारदा, मेरे ...
Read moreDetailsबाबा नाचण दे तेरे भक्ता ने, तेरो खूब सज्यो श्रृंगार, बाबा नाचण दें, बिन घुंघरू के नाचा बाबा, बिन घुंघरू ...
Read moreDetailsमेरे मन में बाबा श्याम, मेरे तन में बाबा श्याम, मेरे मन को तो भाया बाबा श्याम है, मेरी नज़रों ...
Read moreDetailsजय बोलो जय बोलो जय हनुमान की, संकट मोचन करुणा दयानिधान की, हनुमान की जय विद्यावान की जय, शक्तिमान की ...
Read moreDetailsसांवरा दयालु है, हारे का सहारा है, इनकी कृपा से ही होता, जग में गुजारा है, साँवरा दयालु है, हारे ...
Read moreDetailsतेरे श्री चरणों से, ओ नाता जोड़ लेंगे हम, तेरे स्वागत में दरवाजा, ये दिल का खोल देंगे हम, तेरे ...
Read moreDetailsश्री राम भक्त बजरंगी, तेरे खेल है अजब निराले, प्रभु की सेवा में तुमने, प्रभु की सेवा में तुमने, कितने ...
Read moreDetailsचल चल चंचल चित्रकूट मन, राजे जहाँ श्री राम। दोहा - चित्रकूट में हो रही, राम नाम की लूट, निर्मल ...
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