मालिक ने भजो गिवारा मत भूलो ही बारम्बारा लिरिक्स
मालिक ने भजो गिवारा, मत भूलो ही बारम्बारा। दोहा - सायब तेरी सायबी, सब घट रही समाय, ज्यूँ मेहंदी रे ...
Read moreDetailsमालिक ने भजो गिवारा, मत भूलो ही बारम्बारा। दोहा - सायब तेरी सायबी, सब घट रही समाय, ज्यूँ मेहंदी रे ...
Read moreDetailsभोला भाला तू अंजनी का लाला, है बजरंग बाला, बड़ा तेरा नाम है, कि तेरे हृदय में बसे सियाराम है, ...
Read moreDetailsदरबार में सरकार के, नाचेंगे हम छम छम, छम छम छम, फागण का आया, त्यौहार सांवरे, हमको भी बुलाले, तेरे ...
Read moreDetailsहारे हुए है दर आए है, करो अब मेहर की नज़र, बनो सांवरे मेरा, तुम हमसफर, हारें हुए है दर ...
Read moreDetailsरंगीला मौसम छाई बहार, था सबको जिस पल का इंतज़ार, फागण मेला आया है, उड़े रंग गुलाल, मस्त नज़ारा छाया ...
Read moreDetailsमेरे सतगुरु दीनदयाल, काग से हंस बनाते।। भरा जहां भक्ति का भंडार, लग्या जहाँ सतगुरु का दरबार, शब्द अनमोल सुनाते ...
Read moreDetailsसमझी लेवो रे मना भाई, अंत नी होय कोई आपणा, समझी लेवो रे मना भाईं, अंत नी होय कोई आपणा।। ...
Read moreDetailsसमाय गई रे समाय गई रे, मोरी सुरती पिया में, समाय गई रे।। जब से संग सतगुरु जी की पाई, ...
Read moreDetailsमोको लाग्यो रे सतसंगी, थारो भाग जाग्यो रे, मौको लाग्यों रे।। गली गली हरी चर्चा होवे, जाणो सतगुरु आयो रे, ...
Read moreDetailsआनंद मंगलाचार, सिंगाजी घर, आनन्द मंगलाचार।। निर्गुण का गुण, कसा हम गावा रे, गुण को अंत नी पार, सिंगाजी घर, ...
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