संध्या ओ आरती सुमिरन होवे लिरिक्स
संध्या ओ आरती सुमिरन होवे, दोहा - संध्या सुमिरण आरती, भजन भरोसे दास, मनसा वाचा कर्मणा, होत विघ्न को नास। ...
Read moreDetailsसंध्या ओ आरती सुमिरन होवे, दोहा - संध्या सुमिरण आरती, भजन भरोसे दास, मनसा वाचा कर्मणा, होत विघ्न को नास। ...
Read moreDetailsमहिमा भारी तिलक की, को कर सके बखान, आप तिलक को मानिये, श्री विष्णू भगवान।। जिसके माथे पर तिलक, की ...
Read moreDetailsबांके बिहारी श्री वृन्दावन में, हाये मेरा दिल खो गया। दोहा - हरे कृष्ण सदा कहते कहते, मन चाहे जहाँ ...
Read moreDetailsकरती रहूं दीदार सांवरे, अद्भुत तेरा श्रृंगार सांवरे, अद्भुत तेरा श्रृंगार सांवरे, करती रहूँ दीदार सांवरे।। तर्ज - पलकों का ...
Read moreDetailsतुझ बिन चैन ना पाए बाबा, मन ये बावरा। दोहा - नैना बरसे दरस को तरसे, आ जाओ श्याम प्यारे, ...
Read moreDetailsभक्ति का दीप मन में जलाये रखना, प्रभु चरणों में मुझको बिठाये रखना, भक्ति का दीप मन में जलाए रखना।। ...
Read moreDetailsआने जाने वाले जोड़ो, अपने दोनों हाथ, ये है बाबा बैजनाथ, ये है बाबा बैजनाथ।। आये हो तो नहाओ धोओ, ...
Read moreDetailsप्रबल प्रेम के पाले पड़ के, प्रभु का नियम बदलते देखा, अपना मान भले टल जाए, भक्त का मान न ...
Read moreDetailsमेरे भोले शंकर कैसे रिझाऊँ तुम्हे, तू दिखने में तो साधु है, तू दिखने तो साधु है, पर सबसे निराला ...
Read moreDetailsमेरे भोले शंकर, तू ही सत्य तू ही शिवम, तू ही सुन्दरम, हो मेरे भोलें शंकर।। तर्ज - तू मेरी ...
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