बृज रज में लोट लगाय लीजो तू जब वृन्दावन आए लिरिक्स
बृज रज में लोट लगाय लीजो, तू जब वृन्दावन आए, तू जब बरसाना आए, तू जब गोवर्धन आए, बृज रज ...
Read moreDetailsबृज रज में लोट लगाय लीजो, तू जब वृन्दावन आए, तू जब बरसाना आए, तू जब गोवर्धन आए, बृज रज ...
Read moreDetailsटाबरिया अरदास करे है, मत ना टारो जी, आन संभालो जी सांवरा, आन संभालो जी, म्हारी नैया की पतवार श्याम, ...
Read moreDetailsओ शेरावाली माँ, क्या खेल रचाया है, तू प्यार का सागर है, तू मन का किनारा है, ओ शेरावाली मां, ...
Read moreDetailsअर्ज लगाऊं मैं, सुनते नहीं क्यों मेरी श्याम, तुमको सुनाकर बाबा, तुमको सुनाकर बाबा, मिलता आराम, अर्ज लगाऊँ मैं, सुनते ...
Read moreDetailsहम भगवा धारी है, भगवा लहराएंगे, इस भगवा रंग में ही, इस भगवा रंग में ही, दुनियां रंग जायेंगे।। जो ...
Read moreDetailsये वो चुरू का दरबार है, जहाँ मिलता सदा प्यार है, श्री बाबोसा है जिनका नाम, दीन दुखियों का दातार ...
Read moreDetailsअगर राघव के चरणों में, जगह थोड़ी सी मिल जाये, तो संभव है मेरा जीवन, ये सारा ही बदल जाये।। ...
Read moreDetailsजितने प्रेमी तेरे, मैं सबको शीश झुकाऊँ, किसी के अवगुण कभी न देखूँ, गुण झोली में पाऊँ, जितने प्रेमी तेरें, ...
Read moreDetailsमोहे तो प्रभु मिलन की आस, बार-बार तोहे अरज़ लगाऊं, कब दर्शन दोगे नाथ, मोहें तो प्रभु मिलन की आस।। ...
Read moreDetailsओ मन बड़ो जबर रेे संता, जिनके काम पड़े इन मन से, वाको पूरी खबर रे संता, ओ मन बड़ों ...
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